Digital Agriculture Mission-केंद्र सरकार ने किसानों के लिए एक नया मिशन शुरू किया है। इस मिशन के तहत, किसानों को 20 मिनट में लोन मिल जाएगा। इससे कागजी कार्रवाई और परेशानी कम होगी।
इस मिशन का लक्ष्य किसानों की आय बढ़ाना है। साथ ही, कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाना भी है। एग्री स्टैक, भूमि मानचित्र, और फसल बोई रजिस्ट्री जैसी पहलें की जा रही हैं।
प्रमुख बिंदु
- किसानों को 20 मिनट में ही लोन मिलेगा
- कागजी कार्रवाई और परेशानी कम होगी
- किसानों की आय बढ़ाने के लिए मिशन
- कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने का लक्ष्य
- एग्री स्टैक, भूमि मानचित्र, फसल बोई रजिस्ट्री जैसी पहलें
Digital Agriculture Mission-डिजिटल कृषि मिशन की स्थापना
डिजिटल कृषि मिशन की शुरुआत की जा रही है। इसके लिए कृषि क्षेत्र के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा बनाया जा रहा है। एग्री स्टैक किसान रजिस्ट्री, गांव की भूमि मानचित्र रजिस्ट्री और फसल बोई रजिस्ट्री जैसी पहलें शुरू की जा रही हैं।
इन पहलों से किसानों को कई सुविधाएं मिलेंगी।
एग्री स्टैक किसान रजिस्ट्री
एग्री स्टैक किसान रजिस्ट्री का लक्ष्य है कि किसानों की जानकारी एक स्थान पर एकत्रित करें। इससे किसानों को कृषि संबंधी योजनाओं, लोन और सुविधाओं तक आसानी से पहुंच मिलेगी।
गांव की भूमि मानचित्र रजिस्ट्री
गांव की भूमि मानचित्र रजिस्ट्री से किसानों की जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड बनाया जाएगा। इससे जमीन संबंधी विवादों को कम किया जाएगा और किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
फसल बोई रजिस्ट्री
फसल बोई रजिस्ट्री के तहत किसानों द्वारा बोई फसलों का रिकॉर्ड रखा जाएगा। इससे फसल उत्पादन, बीमा और कृषि ऋण के लिए बेहतर नीतियां बनाने में मदद मिलेगी।
इन पहलों से कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा तैयार होगा। यह किसानों के जीवन में सुधार लाएगा।
“केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव यांनी घोषणा केली आहे की एकूण 2817 कोटी रुपयांच्या डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन गुंतवणुकीसह स्थापना केली जाणार आहे.”
Digital Agriculture Mission-कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली
डिजिटल कृषि मिशन के तहत एक बड़ा कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली बनाया जा रहा है। यह किसानों को कृषि में बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा। इसमें भू-स्थानिक डेटा, सूखा/बाढ़ निगरानी, मौसम/उपग्रह डेटा, भूजल/जल उपलब्धता डेटा और फसल उपज के लिए मॉडलिंग शामिल हैं।
भू-स्थानिक डेटा
इस प्रणाली में एक व्यापक भू-स्थानिक प्रणाली होगी। यह मृदा प्रोफाइल मानचित्र तैयार करेगी। कृषि भूमि के बारे में जानकारी देगी।
सूखा/बाढ़ निगरानी
इस प्रणाली में सूखा और बाढ़ की निगरानी की क्षमता होगी। किसानों को इन आपदाओं के बारे में सूचित करेगा।
मौसम/उपग्रह डेटा
मौसम और उपग्रह डेटा का एकीकरण होगा। किसानों को फसल बुवाई और सिंचाई के लिए निर्णय लेने में मदद करेगा।
भूजल/जल उपलब्धता डेटा
भूजल और जल उपलब्धता की जानकारी शामिल होगी। किसानों को सिंचाई और जल प्रबंधन में मदद करेगी।
फसल उपज और बीमा के लिए मॉडलिंग
फसल उपज का अनुमान और बीमा मॉडलिंग शामिल होगा। किसानों को फसल योजना और जोखिम प्रबंधन में मदद करेगा।
कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली किसानों को मदद करेगी। कृषि क्षेत्र में सुधार लाएगी।
घटक | लाभ |
---|---|
भू-स्थानिक डेटा | विस्तृत मृदा प्रोफाइल मानचित्र तैयार करेगा |
सूखा/बाढ़ निगरानी | किसानों को प्राकृतिक आपदाओं के बारे में पूर्व-सूचित करेगा |
मौसम/उपग्रह डेटा | कृषि गतिविधियों के लिए बेहतर निर्णय लेने में मदद करेगा |
भूजल/जल उपलब्धता डेटा | सिंचाई और जल प्रबंधन में सुधार करेगा |
फसल उपज और बीमा के लिए मॉडलिंग | फसल योजना और जोखिम प्रबंधन में मदद करेगा |
Digital Agriculture Mission-डिजिटल कृषि मॉडलिंग
डिजिटल कृषि मिशन के तहत कई प्रकार की डिजिटल कृषि मॉडलिंग शुरू की जा रही हैं। मृदा प्रोफाइल, डिजिटल फसल अनुमान, डिजिटल उपज मॉडलिंग और फसल ऋण से जुड़े एआई, बिग डेटा जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। ये मॉडल किसानों को बेहतर निर्णय लेने में मदद करेंगे।
मृदा प्रोफाइल
डिजिटल कृषि मिशन के तहत एक डीपीआई है – मृदा प्रोफाइल मैपिंग। देश की 142 मिलियन हेक्टेयर कृषि भूमि के लिए मृदा प्रोफाइल मानचित्र तैयार किए जाने की योजना है। ये मृदा प्रोफाइल किसानों को अपनी भूमि के बारे में जानकारी देंगे।
इससे वे उपयुक्त फसलें और कृषि प्रथाएं चुन सकेंगे।
डिजिटल फसल अनुमान
डीजीसीईएस वैज्ञानिक फसल-कटाई प्रयोगों से उपज का अनुमान देता है। यह किसानों को फसल उत्पादन की उम्मीदों के बारे में जानकारी देगा।
इससे वे अपने व्यवसाय की योजना बना सकते हैं।
डिजिटल उपज मॉडलिंग
डिजिटल कृषि मिशन के तहत उपज मॉडलिंग समाधान विकसित किए जा रहे हैं। ये मॉडल किसानों को फसलों की सटीक उपज का अनुमान देंगे।
ये मॉडल कृषि की विविध परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए डेटा विश्लेषण करते हैं।
फसल ऋण से जुड़े एआई और बिग डेटा
डिजिटल कृषि मिशन में एआई और बिग डेटा तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। किसानों के विस्तृत प्रोफाइल और कृषि गतिविधियों का डेटा एकत्र किया जा रहा है।
“डिजिटल कृषि मिशन की धारिता है किसानों के बारे में प्रमाणित जनसांख्यिकीय विवरण, भूमिगत जोत और बोई गई फसलों सहित एक व्यापक और उपयोगी डेटा प्रदान करना।”
डिजिटल कनेक्टिविटी
डिजिटल कृषि मिशन के तहत, डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने पर ज़ोर दिया जा रहा है। किसानों को मोबाइल पर त्वरित अपडेट मिल रहे हैं। साथ ही, कृषि के लिए बेहतर डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) दिया जा रहा है।
ये पहलें किसानों के जीवन में सुधार ला रहे हैं।
डेटा खरीदारों से जुड़े मोबाइल पर अपडेट
डिजिटल कृषि मिशन के तहत, किसानों को मोबाइल पर त्वरित अपडेट दिया जा रहा है। ये अपडेट कीमतें, बाज़ार स्थिति और अन्य जानकारी देते हैं।
इससे किसानों को बेहतर मूल्य प्राप्त होता है।
कृषि के लिए डीपीआई: किसानों के जीवन में सुधार
डिजिटल कृषि मिशन में कृषि के लिए डीपीआई विकसित किया जा रहा है। ये डीपीआई किसानों के जीवन में सुधार ला रहे हैं।
तेज लोन, मौसम जानकारी और किसानों को सेवाएं देना शामिल हैं।
पहल | लाभ |
---|---|
मोबाइल पर त्वरित अपडेट | किसानों को फसल कीमतों, बाज़ार स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी की जानकारी |
कृषि के लिए डीपीआई | तेजी से लोन प्रदान करना, मौसम और फसल से जुड़ी जानकारी देना, और किसानों को आवश्यक सेवाओं तक पहुंच प्रदान करना |
डिजिटल कृषि मिशन के तहत, किसानों को कई लाभ मिल रहे हैं। ये पहलें किसानों के जीवन में सुधार ला रही हैं।
खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए फसल विज्ञान अनुसंधान
भारत सरकार ने “डिजिटल कृषि मिशन” के तहत काम किया है। इस मिशन का लक्ष्य खाद्य और पोषण सुरक्षा को मजबूत बनाना है। फसल विज्ञान अनुसंधान के माध्यम से यह संभव होगा।
बजट-2024 में केंद्र सरकार ने कृषि क्षेत्र के लिए 1.52 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। खाद्य सुरक्षा के लिए 3,979 करोड़ रुपये का विशेष आवंटन किया गया है।
इस अनुसंधान से कृषि क्षेत्र में नई तकनीकें लाई जाएंगी। इससे उत्पादन और उपज में वृद्धि होगी। किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
FAQ
डिजिटल कृषि मिशन क्या है?
केंद्र सरकार ने किसानों के लिए एक नया मिशन शुरू किया है। इस मिशन के तहत, किसानों को जल्द से जल्द लोन मिल जाएगा। यह प्रक्रिया 20 मिनट में होगी।
इससे कागजी कार्रवाई और परेशानी कम होगी। किसानों की आय बढ़ाना और कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाना है इसका लक्ष्य है।
डिजिटल कृषि मिशन की स्थापना कैसे की जा रही है?
कृषि के लिए डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के आधार पर मिशन की स्थापना हो रही है। किसान रजिस्ट्री और भूमि मानचित्र रजिस्ट्री जैसी पहलें शुरू की जा रही हैं।
ये सुविधाएं किसानों के लिए मददगार होंगी।
डिजिटल कृषि मिशन में कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली क्या है?
कृषि निर्णय समर्थन प्रणाली की शुरुआत हो रही है। इसमें भू-स्थानिक डेटा और सूखा निगरानी शामिल हैं।
मौसम डेटा और जल उपलब्धता डेटा भी इसमें हैं। फसल उपज और बीमा के लिए मॉडलिंग भी शामिल है।
डिजिटल कृषि मिशन में डिजिटल कृषि मॉडलिंग क्या है?
कई डिजिटल कृषि मॉडलिंग पहलें शुरू की जा रही हैं। मृदा प्रोफाइल और डिजिटल फसल अनुमान शामिल हैं।
डिजिटल उपज मॉडलिंग और एआई जैसी आधुनिक तकनीकें भी हैं। ये किसानों के लिए मददगार होंगे।
डिजिटल कृषि मिशन में डिजिटल कनेक्टिविटी क्या है?
डिजिटल कनेक्टिविटी को मजबूत किया जा रहा है। डेटा खरीदारों से जुड़े मोबाइल पर अपडेट देना शामिल है।
डीपीआई विकसित करना भी है। ये प्रौद्योगिकी किसानों के जीवन में सुधार लाएगी।
डिजिटल कृषि मिशन में खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए क्या किया जा रहा है?
फसल विज्ञान अनुसंधान पर ध्यान दिया जा रहा है। इस अनुसंधान से खाद्य और पोषण सुरक्षा में सुधार होगा।
स्रोत लिंक
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