मछली पालन एक बड़ा जलकृषि काम है। इसमें मछलियों की खेती की जाती है। यह दोनों अंतर्देशीय और समुद्री में किया जाता है।
इसमें तालाब बनाना, मछली के बीज की पैदावार, मछलियों का पालन और बिक्री शामिल है।
मछली पालन स्वस्थ और पौष्टिक खाने का स्रोत है। इसमें 14 से 25% प्रोटीन पाया जाता है। यह किसानों के लिए अच्छा आर्थिक स्रोत है।
तालाब बनाना मछली पालन का एक बड़ा हिस्सा है। एक हेक्टेयर तालाब बनाने में 5 लाख रुपये खर्च आते हैं। केंद्र सरकार, राज्य सरकार और मछली पालक सभी इसमें भाग लेते हैं।
सरकार मछली पालन में बड़ा निवेश कर रही है। केंद्र सरकार ने 25 हजार करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई है। लाभार्थियों को ₹30,000 का लोन मिलता है।